
अमेरिका से अवैध रूप से भारत लौटे भारतीय नागरिकों का दूसरा विमान शनिवार को अमृतसर पहुंचेगा
अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए एक और विमान शनिवार, 17 फरवरी को अमृतसर एयरपोर्ट पर पहुंचेगा। यह विमान 119 भारतीयों को लेकर आएगा, जिनमें से अधिकांश पंजाब राज्य से हैं। इसके साथ ही, 16 फरवरी को एक और फ्लाइट आने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह विमान अमेरिका का होगा या भारतीय सरकार ने इसे विशेष रूप से भेजा है।
इससे पहले, 5 फरवरी को एक अमेरिकी C-17 विमान ने 104 भारतीय नागरिकों को अमृतसर में उतारा था। इस विमान में मुख्य रूप से हरियाणा, पंजाब और गुजरात के लोग थे। अब, दूसरे विमान में उन लोगों की संख्या अधिक है जो अवैध तरीके से अमेरिका पहुंचे थे, और इनमें से अधिकांश को पंजाब से भेजा गया है। सूत्रों के अनुसार, यह विमान भारतीय विमान हो सकता है और इसमें उन यात्रियों को चेन में बंद नहीं किया जाएगा, जैसे पहले विमान में किया गया था। पहले फ्लाइट में अवैध रूप से लौटे लोगों के साथ हुई बदसलूकी के कारण संसद में हंगामा मचा था, जिसके बाद विदेश मंत्री ने इस मुद्दे को अमेरिका सरकार के साथ उठाने का वादा किया था।
दूसरे विमान के बारे में बताया जा रहा है कि यह अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शनिवार की रात 10 बजे से 11 बजे के बीच लैंड करेगा। यह विशेष विमान अवैध रूप से अमेरिका में गए भारतीय नागरिकों को लेकर आ रहा है, जिनमें 67 लोग पंजाब के, 33 हरियाणा के, 8 गुजरात के, 3 उत्तर प्रदेश के, 2 महाराष्ट्र और राजस्थान के, और एक-एक गोवा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू और कश्मीर के हैं।
पहले विमान में ज्यादातर लोग “डंकी” मार्ग से अमेरिका पहुंचे थे, जिसका मतलब है कि वे अवैध रूप से, ट्रकों और गुप्त रास्तों से अमेरिका में दाखिल हुए थे। इस यात्रा में कई लोग महीनों तक यात्रा करते रहे और इस दौरान उन्होंने अनाधिकृत एजेंटों को बड़ी रकम दी थी। जब से ये लोग वापस लौटे हैं, पंजाब और हरियाणा सरकार ने कई ऐसे अवैध एजेंटों को गिरफ्तार किया है, जो इन लोगों को अमेरिका भेजने में शामिल थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाल की अमेरिकी यात्रा के दौरान अवैध आप्रवासन का मुद्दा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ उठाया गया था। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा था, “दोनों देशों ने छात्रों और पेशेवरों के लिए कानूनी रूप से यात्रा की संभावनाओं को आसान बनाने और छोटे समय के लिए पर्यटन और व्यापार यात्रा को सुविधाजनक बनाने पर सहमति जताई थी। साथ ही, दोनों देशों ने अवैध आप्रवासन और मानव तस्करी से निपटने के लिए दृढ़ कदम उठाने का संकल्प लिया है। यह समझौता खासतौर पर हमारे लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि कुछ घटनाएं जो हाल में घटीं, उनके बाद इसे लागू करना जरूरी हो गया है।”
भारत और अमेरिका के बीच इस मुद्दे पर निरंतर संवाद हो रहा है, ताकि अवैध प्रवास और मानव तस्करी की समस्या को सही तरीके से हल किया जा सके। भारतीय सरकार इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए इन घटनाओं के खिलाफ कदम उठा रही है। अवैध रूप से अमेरिका पहुंचे नागरिकों के लिए यह वापसी का समय निश्चित रूप से कठिन है, लेकिन उन्हें यह उम्मीद है कि वे अब अपने घरों में सुरक्षित रह सकेंगे।
अवैध आप्रवासन की समस्या और दोनों देशों की कोशिश
भारत और अमेरिका के बीच अवैध आप्रवासन और मानव तस्करी पर बातचीत के बाद दोनों देशों ने इसे गंभीरता से लेने का वादा किया है। इसके साथ ही, यह भी माना जा रहा है कि दोनों देशों के नागरिकों के लिए यात्रा को सुरक्षित और वैध बनाने के लिए कदम उठाए जाएंगे। हालांकि, अवैध रूप से अमेरिका जाने के कारण वहां कई भारतीय नागरिकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन अब उन्हें भारत लौटने का एक मौका मिल रहा है।
भारत सरकार की तरफ से यह भी आश्वासन दिया गया है कि इस प्रकार के मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी और जो लोग अवैध तरीके से विदेश जाते हैं, उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी। इसके अलावा, भारतीय नागरिकों को सही रास्ता दिखाने के लिए कई जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। इसके साथ ही, विदेश मंत्रालय द्वारा भारत लौटने वाले नागरिकों के लिए सहायता और पुनर्वास योजनाएं भी बनाई जा रही हैं, ताकि वे अपने घरों में वापस आकर एक नई शुरुआत कर सकें।
निष्कर्ष
अमेरिका से अवैध तरीके से वापस लौटे भारतीय नागरिकों का यह दूसरा विमान शनिवार को अमृतसर पहुंचेगा। इस विमान के साथ कुल 119 लोग भारत लौटेंगे, जिनमें से अधिकांश पंजाब राज्य से हैं। पहले विमान में हुए विवाद के बाद अब यह उम्मीद की जा रही है कि दूसरे विमान में अधिक मानवीय और सम्मानजनक तरीके से इन नागरिकों को लाया जाएगा। भारत और अमेरिका के बीच अवैध आप्रवासन को लेकर निरंतर संवाद हो रहा है, जिससे यह उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में ऐसे मामलों में कमी आएगी और कानूनी रास्तों से ही लोग विदेश यात्रा करेंगे।