
IPL 2025 से बाहर हुए हार्री ब्रूक! दो साल के बैन पर मोइन अली और आदिल राशिद ने दी अपनी प्रतिक्रिया
इंग्लैंड के बल्लेबाज हार्री ब्रूक को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के अगले दो सीज़न के लिए बैन कर दिया गया है। इस फैसले के पीछे की वजह है कि ब्रूक ने इस सीज़न में आईपीएल में भाग लेने से आखिरी वक्त पर मना कर दिया था। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के नए नियम के अनुसार, जब कोई खिलाड़ी आईपीएल से आखिरी वक्त पर बाहर होता है, तो उसे अगले दो साल तक आईपीएल की नीलामी में भाग लेने से रोक दिया जाता है। इस फैसले के समर्थन में इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर मोइन अली और लेग स्पिनर आदिल राशिद ने खुलकर अपनी राय दी है।
ब्रूक का आईपीएल से बाहर होना और BCCI का फैसला
हार्री ब्रूक ने यह फैसला किया था कि वह आईपीएल 2025 सीज़न से बाहर रहेंगे, क्योंकि उन्हें इंग्लैंड की राष्ट्रीय टीम के लिए तैयारी करनी थी। इस निर्णय के कारण दिल्ली कैपिटल्स के साथ उनका करार टूट गया, जो कि उन्हें नवंबर में हुई नीलामी में 6.25 करोड़ रुपये में खरीदने वाले थे। ब्रूक इससे पहले सनराइजर्स हैदराबाद के लिए भी खेल चुके थे, जहां उन्हें 4 करोड़ रुपये में खरीदा गया था।
ब्रूक का इस तरह से बाहर होना, टीम के लिए एक बड़ा झटका था। मोइन अली ने इसे लेकर कहा, “यह बहुत सख्त नहीं है। मैं इस फैसले से सहमत हूं, क्योंकि ऐसा कई बार हुआ है। कई खिलाड़ियों ने ऐसा किया है और फिर वह वापस आते हैं और बेहतर पैकेज के साथ आते हैं। इसने बहुत सी चीजों को उलझा दिया है।”
मोइन अली और आदिल राशिद का बयान
मोइन अली ने आगे कहा, “अगर आप बाहर जाते हैं, तो इसका परिणाम होता है। यह टीम के लिए बहुत परेशानी का कारण बनता है। जब आप हार्री ब्रूक जैसे खिलाड़ी को खो देते हैं, तो टीम को अपने प्लान्स को फिर से बदलना पड़ता है, और यह किसी भी टीम के लिए आसान नहीं है।” उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई खिलाड़ी सिर्फ निजी कारणों या परिवारिक कारणों से बाहर जाता है, तो स्थिति अलग होती है। लेकिन अगर खिलाड़ी बिना किसी सटीक कारण के बाहर जाता है, तो इसका नतीजा होना चाहिए।
इंग्लैंड के लेग स्पिनर आदिल राशिद ने भी इस पर सहमति जताई और कहा, “BCCI ने यह नियम पहले ही लागू कर दिया था, और अब यह मामले में भी लागू हो रहा है। जब आप नीलामी में भाग लेते हो, तो आपको यह पता होता है कि अगर आप बाहर जाते हैं, तो इसके परिणाम होंगे। इसलिए, यह सख्त नहीं लगता।”
आदिल ने आगे कहा, “अगर किसी खिलाड़ी को चोट लगती है या कोई अन्य गंभीर वजह है, तो नियम में थोड़ी लचीलापन हो सकता है, लेकिन यह नियम है और जब खिलाड़ी इस नियम को जानते हुए भाग लेते हैं, तो उन्हें इसके परिणाम का सामना करना पड़ता है। यह कोई नई बात नहीं है, ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है।”
आईपीएल से बाहर जाने का असर
हार्री ब्रूक का बाहर जाना सिर्फ उनकी व्यक्तिगत स्थिति पर असर नहीं डालता, बल्कि यह पूरे टीम के प्लान्स को भी प्रभावित करता है। मोइन अली ने कहा कि जब कोई बड़ा खिलाड़ी जैसे ब्रूक बाहर जाता है, तो टीम को अपनी रणनीतियों को पूरी तरह से बदलने की जरूरत होती है। टीम का संयोजन और उसके योजनाओं पर असर पड़ता है, और इससे खिलाड़ियों को नए तरीके से खुद को ढालना पड़ता है।
अली ने यह भी बताया कि इस तरह के फैसले टीम को मानसिक दबाव में डाल सकते हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यह खेल में एक कठिन पक्ष है, लेकिन जब खिलाड़ी जानबूझकर आईपीएल से बाहर होते हैं, तो इसकी एक गंभीर कीमत चुकानी पड़ती है।
BCCI का उद्देश्य
BCCI का यह कदम उन खिलाड़ियों के लिए एक संदेश के रूप में देखा जा सकता है, जो बिना किसी मजबूत कारण के आईपीएल से बाहर जाते हैं। बोर्ड का उद्देश्य इस प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और व्यवस्थित बनाना है, ताकि किसी भी तरह की असुविधा से बचा जा सके। यही कारण है कि उन्होंने यह नियम लागू किया है, जिससे खिलाड़ी अपने फैसले को सोच-समझकर लें और किसी भी प्रकार की अनहोनी से बच सकें।
निष्कर्ष
हालांकि हार्री ब्रूक को आईपीएल से बैन करने का यह निर्णय कुछ लोगों के लिए कठोर हो सकता है, लेकिन क्रिकेट जगत में यह एक आवश्यक कदम है। मोइन अली और आदिल राशिद जैसे खिलाड़ियों का समर्थन इसे उचित मानते हैं, क्योंकि यह नियम खिलाड़ियों को अपनी जिम्मेदारी समझाने और अपने निर्णयों के परिणामों को सही तरीके से स्वीकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।